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Wonder Lizard Calotes Emma


Calotes Emma is a species of lizard in the family Agamidae. They are commonly known as Emma Gray's forest lizard. The species native to China, South Asia and Southeast Asia. They are brownish olive with brown bands across the back and a white band running along each side of the back. Three small groups of spines on each side of the head. One behind the superciliary margin and two above each tympanum. An insectivorous ; feeds on Grasshoppers, Ants, Cockroaches, Beetles etc. They are non venomous and completely harmless to humans. They are used in pet trade. Play a rolls in the ecosystem by eating various types of insects.


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मंगल ग्रह पर सबसे पहले जाने वाला व्यक्ति कौन है और किस ने महल बनाया?

मंगल ग्रह पर सबसे पहले जाने वाला व्यक्ति कौन है और किस ने महल बनाया ? मंगल ग्रह पर सबसे पहले जाने वाला व्यक्ति है भरत सामजी(Bharat Samgi)। भरत सामजी(Bharat Samgi) मूल निवासी मलाला दिव भारत के है और हाल में लंदन में रहते है। मंगल ग्रह पर भरत सामजी ने १ लाख एकड़ का एक प्लॉट ख़रीदा। भरत सामजी ने प्रकाश की गति जितना उड़ने वाला एक रॉकेट बनाया। वो उस रॉकेट में सारा सामान भर कर पृथ्वी से मंगल ग्रह की तरफ उड़ान भरने लगा। मंगल ग्रह पर उतर कर उसने अपने परिवार के साथ मिलकर एक बड़ा सा महल बनाया। आधुनिक सुविधा के साथ वहाँ रहने लगे। खूब आनंद मस्ती के साथ वहाँ रहते थे। खाने पिने की बहुत सुविधा थी। उसने अपना सारा सिस्टम बनाया था। एक दिन वो रात को सो रहे थे तब अचानक बेल बजने की आवाज आई। आंख खोलकर देखा तो पृथ्वी पर अपने घर में बिस्तर पर था और दरवाजे पर कोई बेल बजा रहा था। तब पता चला की मंगल ग्रह पर ज़मीन लेना और महल बनाना एक स्वप्न था। स्वप्न कभी भी किसी को आ सकता है।  स्वप्न पर किसी का नियंत्रण होता नहीं है। और स्वप्न देखने का पैसा भी लगता नहीं है।

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दीव प्रशासन आईएनएस खुकरी को औपचारिक रूप से 26 जनवरी को प्राप्त करेगा

दीव प्रशासन आईएनएस खुकरी को औपचारिक रूप से 26 जनवरी को प्राप्त करेगा। आईएनएस खुकरी को देश की 32 साल की सेवा के बाद सेवामुक्त किया गया। पहला स्वदेश निर्मित मिसाइल कार्वेट, आईएनएस खुकरी, जिसे पिछले साल दिसंबर में 32 साल की सेवा के बाद सेवा से हटा दिया गया था, सोमवार को दीव पहुंचा। दीव कलेक्टर सलोनी राय ने कहा, 'दीव प्रशासन इसे औपचारिक रूप से 26 जनवरी को प्राप्त करेगा और जनता के देखने के लिए उपलब्ध होगा। कार्वेट 1989 में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स द्वारा बनाया गया था और इसे पश्चिमी और पूर्वी दोनों बेड़े का हिस्सा होने का गौरव प्राप्त था।    आईएनएस खुकरी भारतीय नौसेना का टाइप 14 युद्धपोत था। वह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान 9 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी नौसेना डैफने-श्रेणी की पनडुब्बी हैंगर द्वारा दीव, गुजरात, भारत के तट पर डूब गई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पनडुब्बी द्वारा कार्रवाई में यह पहला युद्धपोत था। लंबाई: 300 फीट (91 मीटर) पीपी 310 फीट (94 मीटर) ओआ लॉन्च किया गया: 20 नवंबर 1956 कमीशन: 16 जुलाई 1958 गति: 27.8 समुद्री मील (51 किमी/घंटा) अधिकतम, 24.5 समुद्री मील (45 किमी/